AI एक्ट 2025: बच्चों और समाज पर असर

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Chaifry

5/18/20251 min read

आज, 18 मई 2025 को, दुनिया ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) को नियंत्रित करने की दिशा में एक बड़ा कदम देखा। यूरोपीय संघ (EU) ने AI एक्ट को अंतिम रूप दे दिया, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता को नियंत्रित करने वाला दुनिया का पहला व्यापक कानून है। यह कानून सामाजिक स्कोरिंग जैसे खतरनाक उपयोगों पर रोक लगाता है और चैटजीपीटी जैसे सिस्टम के लिए पारदर्शिता अनिवार्य करता है। इस कदम ने अमेरिका और चीन जैसे देशों पर अपने नियम बनाने का दबाव बढ़ा दिया है। यह सिर्फ तकनीक की बात नहीं—यह दुनिया के बच्चों और समाजों की जिंदगी को बदलने वाली कहानी है, जैसे कोई नई सुबह उनकी उम्मीदों को रोशन कर रही हो, लेकिन चुनौतियों के साथ।

EU का AI एक्ट जोखिम वाले AI उपयोगों को तीन श्रेणियों में बांटता है: उच्च जोखिम, मध्यम जोखिम, और कम जोखिम। चेहरा पहचानने वाली तकनीक और नौकरी चयन में AI के इस्तेमाल पर सख्त नियम हैं। कंपनियों को अपने AI सिस्टम का खुलासा करना होगा, वरना भारी जुर्माना होगा। यह कानून 2026 से लागू होगा, लेकिन इसका असर अभी से दिख रहा है।

बच्चों और समाज पर गहरा प्रभाव

यह AI क्रांति बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित कर रही है। अनियंत्रित AI बच्चों की गोपनीयता को खतरे में डाल सकता है। सोशल मीडिया पर AI बच्चों के डेटा का दुरुपयोग कर सकता है, जिससे उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ती है। यूनिसेफ की मई 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक, 80% बच्चे ऑनलाइन AI सिस्टम के संपर्क में हैं, लेकिन केवल 20% देशों में उनके लिए सुरक्षा नियम हैं। अगर AI गलत हाथों में गया, तो बच्चे साइबर धमकियों और गलत सूचनाओं का शिकार हो सकते हैं।

शिक्षा में AI का असर दोधारी तलवार है। चैटजीपीटी जैसे उपकरण बच्चों को होमवर्क में मदद दे रहे हैं, लेकिन गरीब देशों में, जहां इंटरनेट और डिवाइस की कमी है, बच्चे पीछे छूट रहे हैं। अफ्रीका और दक्षिण एशिया के 30 करोड़ बच्चे डिजिटल शिक्षा से वंचित हैं, जिससे अमीर और गरीब बच्चों के बीच खाई बढ़ रही है। EU का AI एक्ट इन खतरों को कम करने की कोशिश है, लेकिन अगर अमेरिका और चीन पीछे रहे, तो बच्चों का भविष्य असुरक्षित हो सकता है।

समाज भी इस AI तूफान में उलझे हैं। यूरोप में, AI एक्ट नौकरियों और अर्थव्यवस्था को सुरक्षित करने की कोशिश है, लेकिन छोटी कंपनियां नियमों का बोझ नहीं उठा पा रही। एशिया और लैटिन अमेरिका में, जहां AI तेजी से बढ़ रहा है, नियमों की कमी से डेटा चोरी और नौकरी छिनने का डर है। मजदूर और शिक्षक जैसे समूह डर रहे हैं कि AI उनकी जगह ले लेगा। फिर भी, AI साफ ऊर्जा और स्वास्थ्य सेवाओं में मदद कर सकता है, अगर इसे सही दिशा दी जाए।

वैश्विक दौड़ और चुनौतियां

EU का AI एक्ट दुनिया के लिए एक मिसाल है, लेकिन अमेरिका और चीन अभी पीछे हैं। अमेरिका में, कुछ राज्य AI नियम बना रहे हैं, लेकिन राष्ट्रीय कानून नहीं है। चीन ने AI पर सख्त सेंसरशिप लागू की, लेकिन गोपनीयता पर कम ध्यान है। विश्व आर्थिक मंच की एक रिपोर्ट कहती है कि 2025 में AI वैश्विक अर्थव्यवस्था में $15 ट्रिलियन जोड़ेगा, लेकिन अगर नियम नहीं बने, तो यह बच्चों और समाजों के लिए खतरा बनेगा।

COP29 जैसे सम्मेलनों में, जो नवंबर 2025 में अजरबैजान में होगा, AI और जलवायु संकट पर बात होगी। युवा कार्यकर्ता, जैसे ब्राजील की 15 साल की मारिया सिल्वा, कहती हैं, “AI हमारा भविष्य बना सकता है, लेकिन बच्चों की सुरक्षा पहले होनी चाहिए।” वे मांग कर रहे हैं कि AI नियम बच्चों के हितों को केंद्र में रखें। लेकिन देशों के बीच प्रतिस्पर्धा और आर्थिक दबाव इस रास्ते को मुश्किल बना रहे हैं।

हमारी जिम्मेदारी

18 मई 2025 का यह दिन हमें याद दिलाता है कि AI एक ताकतवर औजार है, लेकिन इसे सही दिशा देना हमारी जिम्मेदारी है। बच्चों की गोपनीयता, उनकी शिक्षा, और उनका भविष्य बचाने के लिए हमें एकजुट होना होगा। सरकारों से कहें कि वे बच्चों के लिए सुरक्षित AI नियम बनाएं। स्कूलों में AI शिक्षा शुरू करें, ताकि बच्चे इस तकनीक को समझ सकें। सोशल मीडिया, न्यूज चैनल, और अखबारों के जरिए इस मुद्दे को उठाएं।